
अगर किसी भी विशिष्ट उत्तेजक या ट्रिगर्स के वज़ह से प्रतिक्रिया में आपको खांसी, छाती...
अगर किसी भी विशिष्ट उत्तेजक या ट्रिगर्स के वज़ह से प्रतिक्रिया में आपको खांसी, छाती में ध्वनि, दर्द और सांस लेने में भी जब असुविधा जैसा महसूस होने लगे।
जब आप डॉक्टर सांस (Pulmonary Test) का भी टेस्ट होगा और आपके दाम की भी पुष्टि हो जाएगी।
आपको ऐसे खास उपकरणों से भी बचना चाहिए जो आपके दाम को एक उम्र ट्रिगर कर सकते हैं और आस-पास के आप वायुमार्गों को इलेक्ट्रॉनिक राखे में भी आपकी मदद करने में दवा भी लेनी चाहिए।
अस्थमा क्या है? (What is Asthma in Hindi?)
अस्थमा का मतलब हिंदी में, ये है कि जब आपकी खांसी के कारण से आपके दांतों में भी कफ पैदा हो जाता है। कई लोगों में यही चाहत रहती है कि अस्थमा का जड़ से इलाज (Asthma Treatment) ठीक रूप से कर लिया जाए, सही कारण को समझ कर।
अगर आपको दम के दौरान आ रहा है, तो लोगों को भी ऐसी दवा लेने की भी कोई आवश्यकता होती है और फेफड़े के पैसे को जल्दी से खोल दिया जाता है।
अगर बच्चों में दमा के लक्षण हैं, तो फिर छोटे बच्चों और गर्भावस्था के दौरान भी दमा देख लिया गया है।
अस्थमा के कितने प्रकार हैं और उनके कारण?
अस्थमा के प्रकार |
कारण |
एलर्जी अस्थमा |
धूल, पालतू जानवरों रूसी,पराग, भोजन |
गैर-एलर्जी अस्थमा |
ठंडी हवा, लकड़ी जलाना, वायरल बीमारियां, वायु प्रदुषण |
व्यावसायिक अस्थमा |
रबर लेटेक्स,धूल, औद्योगिक रसायन |
व्यायाम प्रेरित ब्रोन्कोकन्सट्रक्शन |
व्यायाम के कुछ मिनटों के भीतर |
एस्पिरिन प्रेरित अस्थमा |
नेप्रोक्सन (एलेव) या इबुप्रोफेन (एडविल) |
निशाचर अस्थमा |
धूल के कण, पशुओं रूसी |
दमा के लक्षण (in Hindi) क्या है?
आपकी बिमारी दमा का लक्षण, घरघराहट माना गया है। इसमें आपको कर्कश (Hoarse) या फिर सीटी जैसी आवाज (whistling sound) भी आएगी जो आपको सांस लेने में समय लगती है।
अन्य लक्षण देखे गए हैं, इसमें ये लक्षण( Symptoms of Asthma) शामिल हैं:
- अधिक खाँसी, (रात में बढ़ती है)
- व्यायाम की प्रक्रिया के समय खासी
- नींद नहीं आती (Insomnia)
- सांस ना ले पाना (Breathlessness)
- थकान होना (Fatigue)
- हँसते समय खासी
- चक्कर आना (Dizziness)
- छाती और सीने में दर्द
- साँस लेने में तेजी
अस्थमा के कारण ( Causes of Asthma in Hindi)
ये देखा गया है कि बच्चों में भी बृद्धि का विकास विशेष रूप से होता है, लेकिन लोगों में भी जब वयस्क होने तक ये बीमारी विकसित नहीं होती है। जब आपको किसी भी खास कारण की पहचान नहीं हो पाती है। इसके बजाय, अगर अलग-अलग दवाइयों का भी फेल हो जाए तो अस्थमा अलग-अलग बीमारियों का भी कारण होता है। इसमें शामिल कुछ बिंदु इस प्रकार हैं:
- आनुवंशिकी (Genetics)
- आपके वायरल संक्रमण का भी इतिहास (Viral Disease History)
- वायु प्रदूषण
- वायरल श्वसन संक्रमण
- धूम्रपान (Smoking)
- व्यावसायिक जोखिम
- मोटापा (Obesity)
ऐसे भी कई ऐसे कारक हैं जो बाबाओं को आपके ट्रिगर कर सकते हैं और ये अलग-अलग लक्षण मुझे दिख सकते हैं। सामान्य तौर पर ट्रिगर अलग-अलग होते हैं और कुछ ट्रिगर हर व्यक्ति में अलग दिखेंगे ।
अस्थमा ट्रिगर और अन्य कारण इस प्रकार सूचीबद्ध हैं:
- एस्पिरिन (Aspirin)
- श्वांस - प्रणाली की समस्यायें
- व्यायाम (Excessive Exercise)
- एलर्जी कारक (Allergen)
- नमी मौसम के समय (Cold and Humid Weather)
- नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इन्फ्लेमेट्री रेट (NSAIDs)
अस्थमा का निदान ( Diagnosis of Asthma in Hindi)
जो आपके अस्थमा का पता लगाने के लिए परीक्षण करता है, उसमें मदद मिलती है। ये परीक्षण कुछ इस प्रकार है।
- स्वास्थ्य इतिहास (Medical History)
- शारीरिक परीक्षण (Physical Examination)
- स्पाइरोमेट्री (Spirometry)
- श्वास परीक्षण (Breathing Test):- पल्मोनरी पीएफटी सुविधा परीक्षण (सांस परीक्षण)
- एलर्जी पैनल अस्थमा
- राइनाइटिस स्क्रीनिंग पैनल वयस्क (Allergy Rhinitis Panel)
- छाती का एक्स-रे ( Chest X-ray)
घर पर दामा परीक्षण ( Asthma Home Test)
पीक स्पाइरोमेट्री फ्लो: आमतौर पर आपने देखा है, कि पीक फ्लोर दर को आप सुबह 4 बजे के समय और आपके 6 बजे सुबह सबसे न्यूनतम और कम है। इसके अलावा, 4 बजे के शाम को सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है। हालाँकि, इन समयों पर 30% से अधिक के अंतर को सामान्य से भी रूप से गंभीर दमा का प्रतीक माना जाता है। जो सामान्य रूप में है अगर गंभीर दमा का रोग है, जो रेवेन्यु लोगों को भी मूल रूप से देखने के इलाज की भी आवश्यकता है, वे आपको माप लेने के लिए और दिए गए समय को दमा की शुरुआत की पहचान में श्रेष्ठतम रूप से भी करने में मदद करते हैं बार-बार पीक फ़्लो मीटर का उपयोग करें।
अगर आपका दामा ला डायग्नोसिस सेंटर पर आना है तो आप गणेश डायनोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर में आ सकते हैं और हमारे डॉक्टरों से भी मुफ्त परामर्श मिल जाएगा।
अस्थमा का इलाज (Treatment of Asthma in Hindi)
वसा के भी उपचार और अलग-अलग औषधियों के स्थान को भी विभाजित किया जा सकता है।
- अल्पावधि ब्रोंकोडायलेटर्स (Bronchodilators)
- औद्योगिक नियंत्रक दवाएँ
- सूजनरोधी दवाएं (Anti-inflammatory drugs)
- एंटीकोलिनर्जिक्स ( Anticholinergic drugs)
- दीर्घकालिक ब्रोंकोडायलेटर्स
- मिश्रण दवा
अपना Asthma टेस्ट गणेश डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर में क्यों करवाएं?
गणेश डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर 23 सालों से मरीजों की सहायता और उनकी ज़रूरतों को समझे टेस्ट करवाते हैं। दिल्ली में सर्वश्रेष्ठ अस्थमा परीक्षण केंद्र हैंI हमारे 7 सेंटर दिल्ली-एनसीआर में हैंI
हमारे केंद्र में अस्थमा के लिए किए जाने वाले विभिन्न परीक्षण हैं:
- Pulmonary Function Test (PFT)
- Lung Expert: Pulmonologist
- Lung Perfusion Scan
- Chest X-Ray
- Allergy Asthma Panel
हम काफ़ी सारी सुविधाएं ऑफर करते हैं, जैसे
- नि:शुल्क डॉक्टर परामर्श (परीक्षण के पहले या बाद में) Free Doctor’s Consultation
- निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा (स्कैन और टेस्ट के लिए) Free Ambulance
- नि:शुल्क रक्त गृह संग्रह Free Home Sample Collection
- आसान ऑनलाइन टेस्ट बुकिंग Online Booking of Test
- घर के पास टेस्ट सुविधा
For Free Consultation from the Doctor
Contact- Dr. Sonal Sharma, (MBBS, MD in Pathology)
Available: 24*7*366
Phone Number: +91-9212125996
निष्कर्ष
यह बहुत जरूरी है कि अस्थमा का इलाज सही तरीके से किया जाए। ये क्रोनिक और एक्यूट दोनों अटैक हो सकते हैं। आप इसके उपचार/दवा के भी शरीर में प्रकार, और किसी की आयु और किसी भी तरह के आपके शरीर को चरम स्तर पर ट्रिगर कर सकते हैं। अचानक कोई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण हो ही नहीं रहा, तो इसको कम करने पर डॉक्टर को भी तैयार करना चाहिए। अगर उपचार की योजना बनाई जाए तो टीकाकरण में भी नियमित रूप से पर्यवेक्षण होगा। जो दमा के टेस्ट हैं, आप गणेश डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर में टेस्ट शामिल कर सकते हैं।
गणेश डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर (Ganesh Diagnostic, 24 hour open pathology lab) एक बहुत ही स्पेशल लैब है जहां आप अपना रक्त परीक्षण और स्कैन करवा सकते हैं। हमारे पास प्रशिक्षित डॉक्टर हैं और हमारा केंद्र समाज के लिए स्वस्थ जीवन के लिए आपकी किसी भी समस्या में मदद करेगा।