Login

चक्कर आना क्या है? इसके कारण, प्रकार और निदान

चक्कर आना क्या है? इसके कारण, प्रकार और निदान

चक्कर आने के दौरान व्यक्ति बेहोश, कमजोर या अस्थिर महसूस कर सकता है। कभी-कभी आपको चक्कर...

चक्कर (Dizziness) आने के दौरान आपको अस्थिर, असंतुलित, कमज़ोर या बेहोशी महसूस हो सकती है। चक्कर आने के कई कारण हो सकते है जैसे की भूख, हाइपोग्लाइसीमिया (Hypoglycemia) (निम्न रक्त शर्करा), थकान, या चिंता। चक्कर न्यूरोलॉजिकल विकारों (Neurological Disease) के कारण भी आ सकता है, जैसे की पार्किंसंस रोग (parkinsons), मल्टीपल स्क्लेरोसिस (Multiple Sclerosis), और मिरगी (Epilepsy)। 

चक्कर आने का वैज्ञानिक कारण वेस्टिबुलर प्रणाली (vestibular system) में गड़बड़ी से जुड़ा है, यह वेस्टिबुलर सिस्टम संतुलन को नियंत्रित करती है जो कान में मौजूद होता है। कान में संक्रमण और बीमारियां, जैसे मेनियार्स रोग (Meniere’s Disease), आपके संतुलन और चाल को प्रभावित कर सकता है। भीतरी कान में वायरल संक्रमण या लैबिरिंथाइटिस आमतौर पर सर्दी के बाद होता है जिससे चक्कर आने की समस्या हो सकती है। चक्कर आने के कुछ गंभीर कारणों हो सकते हैं जैसे की दिल का दौरा (Heart Attack), सदमा (Trauma) या स्ट्रोक (Stroke)। 

चक्कर आने के कारण

चक्कर आने के कई कारण हैं जैसे आंतरिक कान की गड़बड़ी, बीमारी और दवा का प्रभाव। कभी-कभी यह किसी स्वास्थ्य सम्बंधित स्थिति, जैसे संक्रमण या चोट के कारण भी हो सकता है।

हृदय रोग के कारण चक्कर आना

causes of heart disease in hindi

  • दिल का दौरा (Heart Attack)
  • दिल की धड़कन की अनियमतता/अतालता (Arrhythmia), जैसे की हृदय गति बहुत तेज़ या धीमी होना 
  • हृदय की मांसपेशी का कमजोर, पुरानी, ​​या रोगग्रस्त होना (कार्डियोमायोपैथी), (Cardiomyopathy)
  • हाई ब्लड प्रेशर या अत्यंत उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure )
  • धीमा/लौ रक्तचाप, (Low Blood Pressure)

मस्तिष्क रोगों या स्थितियों के कारण चक्कर आना

  • स्ट्रोक, (Stroke)
  • माइग्रेन(Migraine)
  • ट्यूमर, (Tumoour)
  • सिरदर्द, (Headache)
  • मस्तिष्क को रक्त की कमी, के कारण सिंकोप या वासोवागल सिंकोप (Vasovagal Syncope), पागलपन या भ्रम (Delusion) हो सकता है

दवा के कारण चक्कर आना

लगभग सभी दवाओं का साइड इफ़ेक्ट चक्कर आना हो सकता है लेकिन निम्लिखित दवाओं के साथ यह ज़्यादा आम है 

मेटाबोलिक/चयापचय संबंधी कारण 

  • हाइपोक्सिया (Hypoxia)
  • खून में ग्लूकोस का स्टार कम होना जो हाइपोग्लाइसीमिया (Hypoglycemia), या इंसुलिन की प्रतिक्रिया से हो सकता है 
  • निर्जलीकरण (Dehydration)

उम्र बढ़ने के कारण 

उम्र बढ़ने के कारण 

बढ़ती उम्र कुछ लक्षण आ सकते हैं जिनके कारण चक्कर आ सकते हैं -

  • व्यायाम या गतिविधि न कर पाना (Inability to Do Exercise)
  • कमजोरी (Weakness)
  • डीकंडीशनिंग के लिए कम क्षमता (Deconditioning)
  • तेजी से बैठना या खड़े होना (ऑर्थोस्टेटिक हाइपोटेंशन) 
  • धमनियों का सख्त होना (धमनीकाठिन्य) (Arteriosclerosis) 
  • न्यूरोपैथी (Neuropathy) यह मधुमेह के कारण या अन्य बीमारियों के कारण होने वाली नसों का एक प्रगतिशील रोग है
  • रजोनिवृत्ति (Menopause)
  • दृष्टि और संतुलन खराब होना (Vision Problems)
  • पागलपन (Madness)
  • सुनने में हानि या कानों का बजना (Hearing Disabilities)

मनोरोग स्थितियों के कारण चक्कर आना

  • डिप्रेशन/अवसाद (Depression)
  • चिंता (Stress)
  • पैनिक डिसऑर्डर या आतंक विकार (Panic Disorder)
  • हाइपरवेंटिलेशन (Hyperventilation) (यह बहुत तेज या बहुत गहरी सांस लेने के कारण होता है), 
  • चिंता के कारण हाइपरवेन्टीलेशन होना 
  • मेटाबोलिक /चयापचय संबंधी विकारों के कारण हाइपरवेन्टीलेशन होना 
  • सोमाटाइजेशन (Somatization) (मानसिक बीमारी) जो कि चिंता या डिप्रेशन के कारन शारीरिक लक्षण जैसे चक्कर दिखा सकता है । 
  • चिंता भी तनाव का कारण बनती है जिससे चक्कर आ सकते हैं।

अन्य बीमारियों या स्थितियों के कारण चक्कर आना

  • अंद्रूणी रक्तस्राव (Internal Bleeding)
  • बहुत खून बहना (Blood Loss)
  • खून की कमी या आनेमिया या रक्ताल्पता
  • लंबे समय तक बिस्तर पर आराम करना , जिसके कारण कमजोरी और संक्रमण की भरपाई न करने की क्षमता से भी चक्कर आ सकते हैं (Long Term Bedrest)
  • मेटाबोलिक रोग (Metabolic Disease) जिसमें हार्मोन बनाने वाले अंग प्रभावित होते हैं जैसे की - थायरॉयड, एड्रेनल ग्लैंड और पिट्यूटरी ग्रंथि हाइड्रेशन/जलयोजन, नमक संतुलन और अन्य अंगों के कार्य को प्रभावित करते हैं जिससे चक्कर आ सकते हैं 
  • एलर्जी (Allergy) से घरघराहट (Emphysema) और धीमा रक्तचाप (Low Blood Pressure) होकर साइनुसाइटिस (Sinusitis) हो सकता है जिसके कारण से चक्कर आ सकते हैं
  • हाइपोटेंशन (Hypotension) जो खाने के बाद हो सकता है

डॉक्टर से कब मिलना चाहिए?

यदि आपको चक्कर आ रहा हो और उसके साथ निचे दिए लक्षण भी आ रहे हैं तुरंत ही डॉक्टर को दिखाना चाहिए 

  • छाती, कंधे, गर्दन, बांह, जबड़े या पीठ में दर्द, (Body Pain)
  • सीने ,या शरीर में दबाव, भारीपन या जकड़न महसूस होना (Chest Pain or Tightness)
  • मन मिचलाना (Nausea)
  • ठंडा पसीना आना (Cold Sweeting)
  • सांस लेने में कठिनाई(Difficulty Breathing)
  • चेहरा, हाथ या पैर सुन्न या कमजोर होना (Numbness in Face, Leg or Arm)
  • बात करने, समझने में कठिनाई होना (Confusion)
  • निगलने में परेशानी (Difficulty Swallowing)
  • एक या दोनों आँखों की दृष्टि में बदलाव (Vision Problems)
  • भ्रम होना (Delusion)
  • बेहोश हो जाना (Fainting)

अपने डॉक्टर से मिलें यदि:

  • आप बिना वजह चक्कर से गिर जाते हैं 
  • आप अपने चक्कर से परेशान हैं
  • आपका चक्कर आना अचानक, गंभीर है, 
  • आपको चक्कर आता रहता है

चक्कर नैदानिक तरीके 

चक्कर आने का निदान के लिए कई टेस्ट और स्कैन किये जा सकते है जिससे दिल, दिमाग, फेफड़े या शरीर के अन्य अंगों के रोग का निदान किया जा सकता है जैसे की 

  • ब्लड टेस्ट (Blood Test) (Book Now)
  • अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) (Book Now)
  • CT स्कैन सी टी स्कैन (Book Now)
  • एमआरआई MRI स्कैन (Book Now)
  • पेट स्कैन PET Scan (Book Now)
  • एकोकार्दिओयग्राफी (Echocardiography) (Book Now)
  • इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (Electrocardiography) (Book Now)
  • इ इ जी EEG (Book Now)
  • एक्स रे X-Ray (Book Now)

चक्कर आने के घरेलू उपचार

  • अगर आपको बार-बार चक्कर आते हैं, तो इन घरेलु उपचारों पर विचार करें
  • गिरने से गंभीर है इसलिए आप अपना संतुलन खोने की संभावना से अवगत रहें ।
  • अचानक हिलने-डुलने से बचें और सहारा लेकर चलें।
  • अपने नहाने के फर्श पर फिसलने से बचे और उचित विकल्प अपनाए। 
  • अच्छी रोशनी का प्रयोग करें।
  • चक्कर आने पर तुरंत लेट जाएं। 
  • वर्टिगो का गंभीर प्रकरण होने पर एक अंधेरे कमरे में अपनी आंखें बंद करके लेट जाना चाहिए।
  • यदि आपको बार-बार चक्कर आने का अनुभव होता है तो गाड़ी चलाने या भारी मशीनरी चलाने से बचें।
  • ज़्यादा नमक, कैफीन, शराब, और तंबाकू के सेवन से बचें। 
  • पर्याप्त तरल पदार्थ पिएं, 
  • स्वस्थ आहार लें, 
  • पर्याप्त नींद लें 
  • तनाव से बचें।
  • यदि आपको किसी दवा के कारण चक्कर आते हैं, तो अपने डॉक्टर से बात करें।
  • यदि चक्कर के साथ मतली आती है, तो ओवर-द-काउंटर एंटीहिस्टामाइन लेने का प्रयास करें जैसे की मेक्लिज़िन या डाइमेनहाइड्रिनेट जैसे । 

हमारे डॉक्टर से फ्री कंसल्टेशन/बातचीत करें।

  • कंसल्टेशन डॉक्टर- डॉ. रवीन शर्मा ( MBBS , MD Radiologist )
  • फ़ोन नंबर- +91 9212125996
  • उपलब्धता- 24*7*366

आप गणेश डायग्नोस्टिक क्यों चुनें?

  • गणेश डायग्नोस्टिक सेंटर 23 सालों से स्थापित और प्रसिद्ध डायग्नोस्टिक सेंटर है। 
  • हम दशकों से अपने रोगियों को उत्कृष्ट सेवा और देखभाल प्रदान करने के लिए जाने जाते हैं, जिससे पिछले कुछ वर्षों में लाखों संतुष्ट रोगी तैयार हुए हैं। 
  • हमें एनएबीएच (NABH) और एनएबीएल (NABL) द्वारा मान्यता प्राप्त है। 
  • हम कई स्कैन और परीक्षणों पर 50% की छूट प्रदान करते हैं। 50% Discount on Many Tests
  • मरीज़ हमारी स्कैन रिपोर्ट पर भरोसा कर सकते हैं क्योंकि रिपोर्ट 100% सटीक होती है। 100% Accurate Report
  • हम दुनिया की सबसे बेहतरीन टेक्नोलॉजी मशीन इस्तेमाल करते हैं world’s finest technology
  • हम निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा प्रदान करते हैं Free Ambulance
  • हमारे यहाँ ऑनलाइन टेस्ट बुकिंग सुविधा भी है Online Booking of Test