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हार्ट अटैक के लक्षण, कारण और बचाव कैसे करे?

हार्ट अटैक के लक्षण, कारण और बचाव कैसे करे?

हार्ट अटैक (Heart Attack) को मेडिकल भाषा में अनेक नामो से जाना जाता है जैसे:- मायोकार्डियल...

बदलती जीवनशैली और गलत खान-पान के कारण कम उम्र के लोगों को भी दिल का दौरा पड़ सकता है। दिल के दौरे के शुरुआती लक्षणों को पहचानना और तुरंत इलाज कराना बहुत महत्वपूर्ण है और इससे किसी व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। हार्ट अटैक (Heart Attack) को मेडिकल भाषा में अनेक नामो से जाना जाता है जैसे:- मायोकार्डियल इन्फेक्शन (Myocardial infarction), कार्डियक अरेस्ट (cardiac arrest) या एनजाइना (Angina)। 

यह एक इमरजेंसी कंडीशन है जो किसी भी इंसान की जान ले सकती है । अचानक से हार्ट अटैक की स्थिति तभी बनती जब ह्रदय की माँसपेशिय (Heart muscles) में खून का बहाव  कम हो जाता है और हार्ट को पर्याप्त मात्रा में खून न मिलने के कारण हार्ट को नुकसान पहुँचता है और कभी ऐसे स्थिति बन जाए जिसमें हार्ट को खून की सप्लाई न मिले तो हार्ट अटैक हो सकता जिसके कारण इंसान की जान जा सकती है।

आज कल जिस प्रकार से किसी भी उम्र के इंसान को  हार्ट अटैक हो रहा है  ये एक  खौफनाक स्थिति है । 

दिल को दौरा तभी पड़ता है जब धमनियों में रुकावट आती है (Atherosclerosis) और रुकावट तभी आती है जब प्लाक (Plaque) नसों में जम जाता है और जब ये प्लाक टूटता है तो खून का थक्का (Blood Clot) बन जाता है जिस के कारण रक्त की पूर्ति नहीं हो पाती जिससे हार्ट मसल्स को प्रभाव पड़ता है और आगे जाकर हार्ट अटैक की स्थिति बन जाती है ।

दिल के दौरे के खतरे को कम करने के लिए जीवनशैली में बदलाव बेहद जरूरी है। जो लोग स्वस्थ जीवनशैली अपनाते हैं उनके दिल का दौरा पड़ने से बचने की संभावना उन लोगों की तुलना में अधिक होती है जो ऐसा नहीं करते हैं। ऐसा स्वस्थ भोजन करने, नियमित व्यायाम करने, धूम्रपान बंद करने और वार्षिक शारीरिक जांच कराने से किया जा सकता है।

स्वस्थ जीवनशैली के साथ - साथ नियमित रूप से जांच (Routine Health Check up) से भविष्य में आने वाली बीमारियों को रोका एवं बचा जा सकता है । 

साल में एक बार पुरे शरीर की जांच आपके स्वास्थ्य पर नज़र रखने, किसी भी स्वास्थ्य समस्या या स्थिति का शीघ्र पता लगाने में मदद कर सकती है, उपयुक्त आहार और व्यायाम व्यवस्था की योजना बनाने में मदद कर सकती है और एक स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखने में मदद कर सकती है। आप गणेश डायग्नोस्टिक में अपनी उम्र, चिकित्सीय स्थितियों आदि के आधार पर फुल बॉडी चेकअप पैकेज (Full Body Health Check up) चुन सकते हैं और परेशानी मुक्त तरीके से ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुक (Book now) कर सकते हैं।

हार्ट अटैक के लक्षण क्या होते है? (Symptoms of Heart Attack)

Symptoms of Heart Attack in Hindi

जानिए Heart attack ke lakshan kya hote hai :-

हर व्यक्ति में हार्ट अटैक के लक्षण अलग होते है यही नहीं हार्ट अटैक के लक्षण महिलाओ और पुरुषो में अलग अलग होते है । लेकिन हार्ट अटैक के शुरू में लक्षण यह होते है :-

Common Symptoms of Heart Attack in Hindi

  • सीने में दर्द (Chest Pain)
  • जकड़न (Chest Tightness)
  • कंधो में दर्द (Shoulder Pain)
  • थकान (Tiredness)
  • नींद न आना (Difficulty in Sleeping)
  • दिल की धड़कन तेज़ होना (Irregular Heart Beats)
  • साँस फूलना (Breathlessness)
  • साँस लेने में तकलीफ होना (Difficulty in Breathing)
  • ठंडे पसीने आना (Sweating)
  • कुछ लोगो में गैस जैसे शिकायते आती है

हार्ट अटैक के क्या कारण होते है ? (Causes of Heart Attack in Hindi)

Causes of Heart Attack in Hindi

हार्ट अटैक नसों में खून जमा होने के कारण होता है । हार्ट अटैक के कारण यह भी होते है :-

  • कोलेस्ट्रॉल (Cholesterol)
  • डायबिटीज (Diabetes)
  • बढ़ती उम्र (Old age)
  • धूम्रपान (Smoking
  • हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure)
  • पारिवारिक इतिहास (Family history)

अगर किसी व्यक्ति में यह लक्षण दीखते है तो उनको वास्तविकता हार्ट की परशानी होती है तो आपको नज़र अंदाज़ नहीं करना चाहिए और तुरंत डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए। 

हार्ट अटैक से बचाव के लिए क्या करना चाहिए? (How To Prevent Heart Attack?)

How To Prevent Heart Attack in Hindi

हृदय रोग मृत्यु का एक प्रमुख कारण है। आप इसके कुछ जोखिम कारकों को नहीं बदल सकते, जैसे पारिवारिक इतिहास, जन्म के समय लिंग या उम्र। लेकिन आप हृदय रोग के जोखिम को कम करने के लिए कई अन्य कदम उठा सकते हैं।

अपने हृदय स्वास्थ्य को  बनाने के लिए यहां कुछ उपाय है:-

  • हार्ट अटैक से बचने के लिए Healthy Diet /डाइट ले,
  • डाइट में हरी सब्जिया, फल , आनाज और फिश को शामिल करे । 
  • रोज़ व्यायाम करे और फिटनेस पर ध्यान दे 
  • योग और मैडिटेशन 
  • तम्बांकू सेवन न करे और ना  ही धूम्रपान करे 
  • सही वजन बनाए रखे , मोटापे के कारण भी हार्ट अटैक की सम्भवना बढ़ जाती है 
  • अच्छी  नींद ले 
  • नियमित रूप से स्वस्थ जाँच करवाए 
  • संक्रमण रोकने के लिए कदम उठाएं

कुछ संक्रमणों से हृदय संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

उदाहरण के लिए:- मसूड़ों की बीमारी हृदय और रक्त वाहिका रोगों के लिए एक जोखिम कारक हो सकती है। इसलिए रोजाना ब्रश और फ्लॉस करें। दांतों की भी नियमित जांच कराएं।

संक्रमण के कारण होने वाली अन्य बीमारियाँ मौजूदा हृदय समस्याओं को और भी बदतर बना सकती हैं। टीके संक्रामक रोगों से बचाने में मदद करते हैं। तो निम्नलिखित शॉट्स पर अपडेट रहें:

  • वार्षिक फ्लू का टीका.
  • COVID-19 वैक्सीन, जो बहुत बीमार होने की संभावना को कम करती है।
  • न्यूमोकोकल वैक्सीन, जो बैक्टीरिया से होने वाली कुछ बीमारियों के खतरे को कम करती है।
  • टीडीएपी टीका, जो टेटनस, डिप्थीरिया (Diptheria) और पर्टुसिस से बचाता है।
  • अपने डॉक्टर से पूछें कि क्या आपको किसी अन्य टीके की भी आवश्यकता है।

हार्ट अटैक की जाँच कैसे की जाती है? (How a Heart Attack Is Diagnosed)

 

दिल के दौरे का निदान लक्षणों को पहचानने और शीघ्र चिकित्सा देखभाल प्राप्त करने से शुरू होता है। अस्पताल में, रक्त परीक्षण (Blood Test) हृदय क्षति ( Heart Damage) के  कारणों  की तलाश कर सकता है, और एक इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ECG or EKG) हृदय में विद्युत गतिविधि (ELECTRICAL ACTIVITY) में परिवर्तन दिखा सकता है, क्षति या कम रक्त प्रवाह का एक और संकेत। इमेजिंग परीक्षण (Imaging tests)  भी निदान में मदद कर सकते हैं।

गणेश डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर में  पहुंचने पर, आपको न केवल हार्ट अटैक का निदान करने के लिए बल्कि इसकी गंभीरता को चिह्नित करने के लिए सभी  परीक्षण किये जाते है :-

हार्ट अटैक का पता लगाने के लिए यह सभी टेस्ट्स मौजूद है :-

Pathology Test

Imaging Test

Ganesh Diagnostic and Imaging Centre एक विश्वसनीय पैथोलॉजी लैब और डायग्नोस्टिक सेंटर है । गणेश डायग्नोस्टिक में उच्च गुडवत्ता वाली सेवाए और सटीक परिणाम सुनुशिचत करता है। जब आप गणेश डायग्नोस्टिक  के साथ अपना संपूर्ण शारीरिक स्वास्थ्य जांच बुक करते हैं, तो आपको कई लाभ मिलते हैं, जैसे:

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

हार्ट के शुरुआती लक्षण क्या है?

हार्ट अटैक के लक्षण यह होते है - 

  • सीने में दर्द या बेचैनी। ...
  • कमजोरी, चक्कर आना या बेहोशी महसूस होना। 
  • जबड़े, गर्दन या पीठ में दर्द या बेचैनी।
  • एक या दोनों हाथों या कंधों में दर्द या बेचैनी।
  • सांस लेने में कठिनाई।

मरीजों को ईसीजी (ECG) की आवश्यकता क्यों है?

इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम (ईसीजी) एक सरल, गैर-आक्रामक परीक्षण है जो हृदय की विद्युत गतिविधि को रिकॉर्ड करता है। ईसीजी असामान्य हृदय ताल और कोरोनरी हृदय रोग (दिल का दौरा और एनजाइना) सहित कुछ हृदय स्थितियों का निदान करने में मदद कर सकता है।

इको टेस्ट किसके लिए किया जाता है?

एक इकोकार्डियोग्राम (ECG) यह दिखाने के लिए ध्वनि तरंगों का उपयोग करता है कि हृदय और हृदय वाल्वों (heart valves)  के माध्यम से रक्त कैसे बहता है। परीक्षण के दौरान छाती और कभी-कभी पैरों से जुड़े सेंसर हृदय की  जांच करते हैं।

सीटी कोरोनरी टेस्ट (CT Cornary Angiography)  क्या है?

सीटी कोरोनरी एंजियोग्राम क्या है? कोरोनरी एंजियोग्राफी एक कम्प्यूटरीकृत टोमोग्राफी (सीटी) इमेजिंग परीक्षा है जो आपके हृदय को रक्त की आपूर्ति करने वाली धमनियों की जांच करती है। प्रक्रिया दर्द रहित है और किसी भी पुनर्प्राप्ति समय की आवश्यकता नहीं है। सीटी कोरोनरी एंजियोग्राम से कई हृदय रोगों का निदान किया जाता है।

हार्ट पेशेंट को खाने में क्या क्या खाना चाहिए?

इसके अलावा सब्जियों में तोरई, परवल, करेला, कद्दू, टिण्डा, आलू, टमाटर, लौकी, ब्रोकली, पालक, हल्दी, मेथी, लहसुन, गाजर, बींस, शिमला मिर्च, पत्ता गोभी और नींबू तथा फलों में अंगूर, अनार, सेब, चेरी, स्ट्रॉबरी, नारंगी, केला, काला अंगूर, अमरुद, नाशपाती खाना चाहिए। 

हार्ट अटैक से बचने के लिए क्या करे?

हार्ट अटैक के जोखिम से बचने के लिए कोलेस्ट्रॉल पर काबू रखना सबसे जरूरी है। इससे बचने अपनी डाइट में फाइबर बढ़ाएं। इसके अलावा, रोजाना व्यायाम करने से भी कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है। अगर डायबिटीज नियंत्रण में ना हो तो यह दिल को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचा सकती है।इसके साथ ही अपने वहन क भी ख्याल रखे | 

साइलेंट हार्ट अटैक (Silent Heart Attack) से कैसे बचे?

साइलेंट हार्ट अटैक  बचाव के 5 उपाय

  • डाइट में सलाद, वेजिटेबल्स, ज्यादा शामिल करें।
  • रेग्युलर वॉक, एक्सरसाइज, योगासन करें।
  • सिगरेट, शराब जैसे नशे से दूर रहें।
  • खुश रहें। स्ट्रेस और टेंशन से बचें।
  • रेग्युलर मेडिकल चेक-अप करवाएं।

मामूली दिल का दौरा पड़ने के बाद क्या होता है? What is Minor Heart Attack ?

अस्पताल से घर लौटने के पहले हफ्ते में आपको थकान या कमजोरी महसूस हो सकती है। यह सामान्य है। ऐसा इसलिए है क्योंकि दिल के दौरे ने आपके हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचाया है, और आपके हृदय को ठीक होने के लिए समय की आवश्यकता है। साथ ही, आप बिस्तर पर आराम की अवधि के बाद उठने-बैठने के लिए भी समायोजन कर रहे हैं।