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हाई ब्लड प्रेशर (बीपी) - कारण, बचाव और इलाज

हाई ब्लड प्रेशर (बीपी) - कारण, बचाव और इलाज

इस लेख में हम उच्च रक्तचाप के बारे में जानेंगे और उच्च रक्तचाप के कारण क्या हैं, उच्च...

उच्च रक्तचाप या  हाई ब्लड प्रेशर से हर दूसरा आदमी परशान है | अक्सर देखा गया तनाव, घबराहट  या परशानी के वक्त ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है | अगर किसी व्यक्ति को हाई ब्लड प्रेशर लगातार रहता है तो उसे हाइपरटेंशन बोलते है| हाइपरटेंशन को Silent Killer/ ख़ामोशी से मारने वाली बीमारी भी बोला जाता है क्यूंकि यह काफी सालो तक कोई परशानी पैदा नहीं करता जब तक कोई अंग बुरी तरह शतिग्रहस्त ना हो जाए | अनियंत्रित उच्च रक्तचाप से स्ट्रोक, एन्यूरिज्म (Aneurysm), हृदय विफलता, दिल का दौरा और क्रोनिक किडनी रोग जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।

हाई ब्लड प्रेशर में ह्रदय को खून को पंप करने में परशानी होती है| आजकल के समय युवा अपने जीवन शैली पर ध्यान नहीं देते बल्कि यह सोचते है "वर्क हार्ड , पार्टी हर्डर " और यह नहीं सोचे ऐसे जीवन से उनके  स्वस्थ पर क्या प्रभाव पड़ सकता है | 

उच्च रक्तचाप का इलाज सही समय पर जाँच और दवाइयों से किया जा सकता है | लेकिन अच्छी और स्वस्थ जीवनशैली उच्च रक्तचाप के इलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। स्वस्थ जीवन शैली के साथ  ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने से दवा की आवश्यकता को रोका जा सकता है, विलंब किया जा सकता है या कम किया जा सकता है।

ब्लड प्रेशर ( बी. पी ) दो तरिके से नपा जाता है -

  1. Systolic Blood Pressure/ सिस्टोलिक ब्लड प्रेशर (mmHg)- समानय स्तर 100-120
  2. Diastolic Blood Pressure/ डायास्टोलिक ब्लड प्रेशर (mmHg)- समानय स्तर 70-80 

अगर बीपी  का स्तर 120/80 से बढ़ जाता है तो उसे हाई ब्लड प्रेशर या हाइपरटेंशन बोलते है | 

हाई बीपी के लक्षण? (Symptoms of High BP in Hindi?)

आम तोर पर उच्च रक्तचाप के कोई लक्ष्ण नहीं दीखते है | WHO  के अनुसार 46% लोगो को यह ही नहीं पता होता है की उन्हें हाई बीपी  है | इसके लक्षण शुरुआत में नहीं पता चलते  लेकिन कुछ लोगो को हाई बीपी  के लक्ष्ण महसूस होने लगते है | लम्बे समय तक उच्च रक्तचाप बने रहने से व्यक्ति को गंभीर समस्याओ का सामना करना पड़ सकता है|

हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण हर व्यक्ति में अलग होते है | हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण यह है -

हाई बीपी  के लक्षण

  • सिरदर्द (Headache)
  • साँस फूलना (Shortness of Breath)
  • धुंधला दिखाई देना (Blurred Vision) 
  • नींद नहीं आना या स्मरण शक्ति की क्षति (Insomnia or
  • )
  • सीने में दर्द (Chest Pain)
  • नाक से खून आना या खून की उलटी (Nosebleeds or Vomiting Blood)

हाई बीपी के क्या कारण होते  है? (Causes of High Blood Pressure in Hindi) 

हाइपरटेंशन का कोई एक कारण नहीं है , इसके एक या एक से ज़्यादा वजह भी हो सकती है | 

हाई बीपी  को दो भागो में बांटा गया है - प्राइमरी और सेकेंडरी 

प्राइमरी हाइपरटेंशन (Primary hypertension) के कारण:

  • गलत खाने पीने से 
  • कम शारीरिक गतिविधि (Physical Activity)
  • अल्कोहल या शराब का अत्याधितक  सेवन
  • मोटापा 

सेकेंडरी हाइपरटेंशन (Secondary hypertension) की कारण यह हो सकते है:

कुछ दवाइया जैसे - इम्मुनोसप्रेसेंट्स , दर्द की दवाई लम्बे समय तक लेने से या गरब निरोढक दवाइया 

  • किडनी की बीमारी 
  • Conn’s Syndrome
  • तंबाकू सेवन से - धूम्रपान 

उच्च रक्तचाप के जोखिम कारक क्या हैं? (Risk factor of high B.P in Hindi)

Risk factor of high B.P in Hindi

इन कारणों से हाई बीपी की सम्भावना बढ़ जाती है वो यह है -

  • उच्च रक्तचाप, हृदय रोग या मधुमेह से पीड़ित परिवार के जैविक सदस्य होना।
  • 55 वर्ष से अधिक उम्र होना
  • क्रोनिक किडनी रोग/ chronic kidney disorder
  • मेटाबोलिक सिंड्रोम
  • ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया / obstructive sleep apnea 
  • थायरॉयड रोग Thyroid Disorders
  • अधिक वजन या मोटापा होना Being obese
  • पर्याप्त व्यायाम ना करना
  • सोडियम से भरपूर खाद्य पदार्थ खाना
  • धूम्रपान करना या तम्बाकू उत्पादों का उपयोग करना
  • बहुत ज्यादा शराब पीना

इस स्थिति की जटिलताएँ क्या हैं? (Complications of High BP)

अनुपचारित उच्च रक्तचाप से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं जिनमें शामिल हैं:

  • Genetics 
  • कोरोनरी धमनी रोग (CAD)
  • stroke 
  • दिल का दौरा
  • परिधीय धमनी रोग/ Peripheral artery disease
  • गुर्दे की बीमारी और गुर्दे की विफलता
  • गर्भावस्था के दौरान जटिलताएँ.
  • आँख की क्षति

हाई बीपी से कोन सी बीमारिया होती है ?

अनुपचारित उच्च रक्तचाप से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं जिनमें शामिल हैं:

  • कोरोनरी धमनी रोग (CAD)
  • आघात(Stroke)
  • दिल का दौरा।
  • परिधीय धमनी रोग।
  • गुर्दे की बीमारी और गुर्दे की विफलता।
  • गर्भावस्था के दौरान जटिलताएँ.
  • आँख की क्षति.
  • संवहनी मनोभ्रंश/ Vuscular Dementia

शरीर पर उच्च रक्तचाप के क्या  प्रभाव होते है (Effects of High BP on your body)?

उच्च रक्तचाप धमनियों में गंभीर रक्तचाप का कारण बनता है और शरीर के हर अंग को प्रतिबंधित करता है।

उच्च रक्तचाप के प्रमुख प्रभाव यह होते है:

ह्रदय 

  • हार्ट फेलियर 
  • CAD 
  • दिल का बढ़ना 

किडनी 

  • किडनी फेलियर 
  • ग्लोमेरुलोस्कलेरोसिस (Glomerulosclorosis)
  • ब्रेन सेरिब्रल स्ट्रोक/ दौरा (Brain stroke)
  • डेमेंटिया/ याददश्त कमज़ोर होना 

आंखे

  • रेटिनोपैथी 
  • नर्व फेलियर अनुरिस्म

उच्च रक्तचाप का निदान और दवा? 

यदि आपको हाई बीपी  समस्या है तो तुरंत नजदीकी अस्पताल में जाएँ और अपने डॉक्टर के अनुसार  दवा शुरू करे। उच्च रक्तचाप का उपचार एक चिकित्सक द्वारा आपकी जीवनशैली, खान-पान की आदतों, व्यायाम की दिनचर्या आदि की गुणवत्ता का निरीक्षण करने के बाद निर्देशित किया जाता है | 

रक्तचाप (बीपी) को ब्लड प्रेशर मॉनिटर के माध्यम से मापा जाता है जिसे स्फिग्मोमैनोमीटर कहा जाता है। हाई ब्लड प्रेशर की जाँच करने के लिए यह टेस्ट भी करे हेट है जैसे-

  • ब्लड टेस्ट/Blood Test
  • मूत्र परीक्षण / Urine Test
  • कोलेस्ट्रॉल / Cholestrol
  • ब्लड शुगर टेस्ट / Blood sugar test
  • थाइरोइड फंक्शन टेस्ट / Thyroid function test
  • किडनी फंक्शन टेस्ट / Kidney finction Test
  • लिवर दुणक्शन टेस्ट / Liver function Test
  • इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम / Electrocardiogram/ ECG
  • इकोकार्डियोग्राम / Echo 

उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के टिप्स (Tips to Control High Blood Pressure in Hindi)

ऐसे कई तरीके हैं जिनसे आप अपने रक्तचाप के स्तर को रोक और प्रबंधित कर सकते हैं। कुछ महत्वपूर्ण सुझावों में शामिल हैं:

स्वस्थ आहार लें

  • आहार में हरी सब्जिया , फल और साबुत अनाज लेने चाहिए और ज़्यादा तेल की चीज़ो से बचना  
  • हाई बीपी  को नियंत्रित करने के लिए आपने खाने में नमक की मात्रा को सिमित रखना चाइये और अपने आहार में पोटैशियम की मात्रा बड़ा देनी चाहिए | 

नियमित व्यायाम करें

 एरोबिक व्यायाम अपनाए जैसे की तेज़ चलना जिसमें आपका हृदय सामान्य से अधिक मेहनत करता है, जिससे आपको अधिक ऑक्सीजन का उपयोग करना पड़ता है।

अधिक वजन होने से उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ जाता है।

शराब का सेवन ना करे

धूम्रपान न करे 

सिगरेट पीने से आपका बीपी बढ़ जाता है इससे दिल का दौरा और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है।

अपने भावनात्मक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और उच्च रक्तचाप को कम करने के लिए आराम करना और तनाव का ध्यान रखना सीखे| 

अपनी दिनचर्या में योग और ध्यान जैसी तनाव प्रबंधन गतिविधियों को शामिल करें।

उच्च रक्तचाप के निदान और इलाज (Diagnosis and Treatment of High Blood Pressure in Hindi)

सही समय और सही जगह हाई बीपी की जांच और इलाज करवाए ताकि आपको समय पर इलाज मिल सके | हमरे गणेश डायग्नोस्टिक सेंटर आपको हाई बीपी  की जानकारी और ज़रूरी टेस्ट करने की सलाह देते है | यही नहीं नियमित स्वस्थ जाँच से आने वाली बीमारियों का सही समय पर इलाज और दुष्प्रभाव से बचा जा सकता है | 

गणेश डायग्नोस्टिक्स एक सम्मानित  डायग्नोस्टिक सेंटर है, जो एक छत के नीचे कई डायग्नोस्टिक परीक्षण प्रदान करता है। हम उन्नत प्रौद्योगिकी और उपकरणों से सुसज्जित हैं। हमारी सर्वोत्तम सेवा और देखभाल के लिए हमे एनएबीएच(NABH) और एनएबीएल (NABL) प्रमाणन से मान्यता प्राप्त हैं।

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तुरंत बीपी कम करने के उपाय (Quick Ways to Lower Blood Pressure in Hindi)

  • गहरी सांस लें (Deep Breathing)
  • ठंडा पानी पिएं (Drink Cold Water)
  • तुरंत आराम करें (Take a Rest)
  • नमक का सेवन रोकें (Avoid Salt)
  • गुनगुने पानी से स्नान करें (Take a Warm Bath)
  • पैर ऊंचे रखें (Elevate Your Legs)
  • डार्क चॉकलेट का सेवन करें (Eat Dark Chocolate
  • कैफीन और शराब से बचें (Avoid Caffeine and Alcohol):
  • केले का सेवन करें (Eat a Banana)
  • संगीत सुनें (Listen to Calming Music)