आजकल दुनिया भर में हाई ब्लड प्रेशर एक बहुत ही आम समस्या बन गई है। इस स्थिति की विशेषता...
आजकल दुनिया भर में हाई ब्लड प्रेशर एक बहुत ही आम समस्या बन गई है। इस स्थिति की विशेषता सामान्य से अधिक रक्तचाप होना है। उच्च रक्तचाप हृदय, फेफड़े, मस्तिष्क और अन्य अंगों में कई तरह की समस्याएं पैदा कर सकता है। उच्च रक्तचाप किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है, लेकिन यह आमतौर पर उम्र के साथ बढ़ता है। उच्च रक्तचाप क्या है? उच्च रक्तचाप, जिसे हाइपरटेंशन भी कहा जाता है, एक स्वास्थ्य समस्या है जिसमें रक्तचाप सामान्य से अधिक होता है।
उच्च रक्तचाप(High BP) धमनियों और नसों की दीवारों पर दबाव डालता है, जिससे शरीर के अन्य अंग प्रभावित होते हैं। स्वस्थ स्तर पर, शरीर के अंदर रक्तचाप 120/80 mmHg होता है। जब रक्तचाप इस स्तर से अधिक हो जाता है, तो आपको उच्च रक्तचाप होता है।
रक्त प्रयोगशाला परीक्षण दो विश्लेषणों से शुरू होते हैं, सिस्टोलिक(Systolic) दबाव और डायस्टोलिक(Diaystolic) दबाव। 130 mAh या उससे अधिक का सिस्टोलिक रक्तचाप या 80 mAh का डायस्टोलिक रक्तचाप सामान्य माना जाता है।
उच्च रक्तचाप की सामान्य सीमा क्या है? (What is the Normal Bp Range in Hindi?)
- सामान्य सिस्टोलिक रक्तचाप 120-129 और डायस्टोलिक रक्तचाप 80-84 होता है।
- उच्च सिस्टोलिक रक्तचाप 130-139 और डायस्टोलिक रक्तचाप 85-89 होता है।
- उच्च सिस्टोलिक रक्तचाप 140 से अधिक और डायस्टोलिक रक्तचाप 90 से अधिक होता है।
उच्च रक्तचाप के लक्षण (High Bp Symptoms in Hindi)
उच्च रक्तचाप व्यक्ति दर व्यक्ति अलग-अलग होता है, जो व्यक्ति की आयु पर निर्भर करता है। ये लक्षण लंबे समय तक नहीं रहते हैं और अस्थायी होते हैं और अपने आप ठीक हो जाते हैं, लेकिन गंभीर स्थितियों में तत्काल चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है।
लक्षणों में शामिल हैं
- सिरदर्द(Headache)
- सीने में दर्द(Chest pain)
- धुंधली दृष्टि(Blurred vision)
- नाक से खून आना(Nosebleeds)
- सांस फूलना(Shortness of breath)
- कानों में बजना(Ringing in the ears)
उच्च रक्तचाप की समस्याओं के अन्य लक्षण हैं
- खून की उल्टी(Vomiting blood)
- अत्यधिक बहती नाक(Excessive runny nose)
- अचानक याददाश्त खो जाना(Sudden loss of memory)
- नींद न आना(Insomnia)
हाई बीपी का कारण (High BP Reason in Hindi)
- पारिवारिक इतिहास (Family history): उच्च रक्तचाप का पारिवारिक इतिहास भी व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है, अगर आपके परिवार में किसी को यह बीमारी है, तो निश्चित रूप से आपको उच्च रक्तचाप होने की संभावना अधिक होगी
- उम्र (Age):उम्र बढ़ने के साथ-साथ आपका रक्तचाप बढ़ने की संभावना अधिक होती है।
- स्लीप एपनिया (Sleep apneya): सोते समय सांस लेने में कठिनाई होने की स्थिति भी रक्तचाप बढ़ने का कारण हो सकती है।
- गुर्दे की बीमारी (Kidney disease): अगर किडनी ठीक से काम नहीं करती है, तो इससे भी उच्च रक्तचाप की समस्या हो सकती है, जिसके कारण आपके शरीर में तरल पदार्थ की अधिकता हो जाती है, जिससे आपका रक्तचाप बढ़ जाता है।
- खाने की गलत आदतें (Bad eating habits): तैलीय और तले हुए खाद्य पदार्थ और मीठा खाने से भी उच्च रक्तचाप का खतरा बढ़ सकता है।
उच्च रक्तचाप से कैसे बचें (How to Avoid High Bp in Hindi)
- स्वस्थ आहार (Healthy diet): विटामिन, प्रोटीन से भरपूर और कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला संतुलित आहार खाने से रक्तचाप की समस्या कम हो सकती है। इसमें सब्जियाँ, फल, साबुत अनाज, दूध, दही, मछली, मुर्गी, सूखे मेवे, अनार, नींबू, अमरूद, पपीता, सेब, केला, अंडे, ग्रीन टी, पानी आदि शामिल हैं
- शारीरिक रूप से सक्रिय रहें (Be physically active): रोजाना नियमित व्यायाम करने से रक्तचाप का जोखिम कम होता है और चयापचय भी बेहतर होता है। योग, ध्यान, पैदल चलना, जॉगिंग, तैराकी, साइकिल चलाना जैसे व्यायाम सबसे प्रभावी हैं
- वजन प्रबंधन (Weight management): रक्तचाप को कम करने के लिए स्वस्थ वजन बनाए रखना आवश्यक है। इसलिए, संतुलित आहार खाने और दैनिक व्यायाम करके मोटापा कम करना अधिक उपयुक्त है
- नियमित बीपी जांच के लिए जाएं(routine BP checkup): नियमित बीपी जांच करवाएं और अपने स्वास्थ्य के बारे में अपडेट रहें अपने डॉक्टर से परामर्श करें और चिकित्सकीय रूप से सहसंबंधित करें
- धूम्रपान और शराब से बचें (Avoid alcohol &smoking): धूम्रपान और शराब का सेवन उच्च रक्तचाप को बढ़ाता है। इसलिए, जितनी जल्दी हो सके ऐसी चीजों का बहिष्कार करें
उच्च रक्तचाप के स्तर से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं (Health Problem Related to High Bp in Hindi)
- हृदय रोग (heart disease): उच्च रक्तचाप हृदय रोग को जन्म दे सकता है इससे हृदय गति रुकना, और अन्य हृदय संबंधित बीमारिया हो सकती है
- स्ट्रोक (Stroke): उच्च रक्तचाप दर्दनाक स्ट्रोक(Stroke) का कारण भी बन सकता है। स्ट्रोक के कारण बोलने या चलने में दिक्कत होती है। इससे व्यक्ति की जान को खतरा हो सकता है।
- किडनी रोग (Kidney disease): उच्च रक्तचाप के कारण किडनी रोग भी हो सकता है, जिससे रक्त को छानने में दिक्कत होती है। ऐसे मामलों में डायलिसिस(dialysis) की जरूरत होती है।
गणेश डायग्नोस्टिक चुनें
उच्च रक्तचाप आजकल आम बात है, इसलिए यदि आपको उच्च रक्तचाप है तो जल्द से जल्द इसका प्रबंधन करना महत्वपूर्ण है। इससे आपको जटिलताओं को रोकने के लिए अपने जीवन को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। हाइपरटेंशन पैनल (hypertension panel)के लिए गणेश डायग्नोस्टिक चुनें और अपने स्वास्थ्य में सुधार करें