
एचआईवी (HIV) को एक तरह का वायरस (Virus) माना जाता है, जो व्यक्ति के सिस्टम पर आगे हमला करता है और...
पुरुषों में एचआईवी एड्स के लक्षण: कब परीक्षण कराएँ और रोकथाम के लिए सुझाव
एचआईवी (HIV) को एक तरह का वायरस (Virus) माना जाता है, जो व्यक्ति के सिस्टम पर आगे हमला करता है और उसे भी कमज़ोर बना देता है। यही बीमारी है एड्स (AIDS) का ही कारण बन जाता है। अगर एड्स की बात करी जाए तो इसको एक लाइलाज बीमारी माना जाता है, यानी इसका भी कोई असरदार इलाज ( Perfect Treatment) आज भी मौजूद नहीं है | इसलिए हमारी भी गुड़िया का भी पता चलता है, जब आपकी दवा है और आपके स्वस्थ जीवन की भी शैली है तो अपनाकर एड्स का क्या मंचन है, तब तक पहुंच से बचना महत्वपूर्ण हो जाता है।
सही समय पर सही मेडिकल सेंटर ( Medical Center) की मदद से यह भी समझना चाहिए। और भी ऐसा टैब हो सकता है, जब कई लोग इस वायरस की प्रति वैल्यू रखेंगे। इस वायरस से भी खुद को बचाने के लिए लोगों को आज एड्स (AIDS) और एचआईवी (HIV) के कारण और बचाव के बारे में जानना बहुत जरूरी है।
एड्स क्या है? एड्स किसे कहते हैं?
एड्स (AIDS) शॉर्टफॉर्म है, उसका पूरा नाम मन गया है 'एक्वायर्ड इम्युलनो डेफिसिएंशी सिंड्रोम' और यह बीमारी एच.आई.वी. (HIV) वायरस से होता है। यह वायरस देखा गया है कि इंसान की भी आलोचना होती है और क्षमता भी कमजोर बन जाती है।
शरीर के जो स्वस्थ है, वह वायरस से भी मुकाबला करने में सक्षम है। जो बॉडी ट्रेनिंग की तैयारी में लगता है। शरीर संरचना क्षमता आठ से दस वर्ष में ही न्यूनतम हो जाती है। इस स्थिति को ही एड्स कहा जाता है। एड्स वायरस को रेट्रोवायरस कहा जाता है।
यह खतरनाक बीमारी तेजी से बढ़ रही है। एड्स के कारण पिछले तीन दशकों में 25 करोड़ से अधिक लोगों की मौत हो गई। वर्तमान समय में विश्व में लगभग 34 करोड़ से अधिक लोग ज्यादत वायरस से प्रभावित हैं।
पुरुषों में एचआईवी के लक्षण ( HIV Symptoms in Men in Hindi)
वैसे तो देखा गया है कि पुरुषों और महिलाओं में अज़ाब के लक्षण लगभग एक जैसे लक्षण ही हो सकते हैं। लेकिन ऐसे भी कुछ लक्षण ऐसे देखे गए हैं जो केवल पुरुषों में ही बेहोश होने पर नजर आएंगे, ये लक्षण कुछ इस प्रकार हैं।
- अंडकोष ( Testicles) में दर्द महसूस होना
- प्रोस्टेट( Prostate) में सूजन आना
- लिंग क्षेत्र (Testicles ) में सूजन आना
- इन्फर्टिलिटी ( Infertility) की समस्या
- मलाशय और अंडकोष ( Testicles) की थैली में दर्द होना
- हाइपोथायरायडिज्म ( Hypothyroidism) के लक्षण दिख जाना
आपको गणेश डायग्नोस्टिक ( Ganesh Diagnostic ) सेंटर में एचआईवी का परीक्षण कब कराना चाहिए?
एचआईवी परीक्षण से मुझे पता चला कि आप एचआईवी से संक्रमित हैं या नहीं। अगर आपके शरीर में एचआईवी एड्स के कोई भी लक्षण दिखाई देते हैं, तो एचआईवी एड्स के अलग-अलग टेस्ट कराएं, हमारे सेंटर पर आके।
आम तौर पर पर भी देखा गया है कि संक्रमण में आपको लगभग 12 सप्ताह के बाद ही रक्त की जांच से पता चलता है कि यह वायरस शरीर में आ गया है, ऐसे इंसान को एचआईवी पॉजिटिव कहा जाता है। ऐसा भी देखा गया है एच.आई.वी. विशिष्ट मनुष्यों में कई प्राचीन तक (6 से 10 वर्ष) तक भी नाम जैसा दिखता है और एक सामान्य जीवन भी व्यतीत हो सकता है, लेकिन इन समूहों में बीमारी फैलने की संभावना होती है।
इस विषैले वायरस का पता लगाने के लिए सीडी 4 ( CD4 cell Count) का परीक्षण भी किया जाता है। यह सीडी 4 सेल की गिनती करना महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये लाभार्थियों की इम्युनिटी का काम करता है। अगर शरीर में सीडी 4 की संख्या 500 नंबर से कम होती है, तो आपके इंसान में संक्रमण की संभावना सबसे ज्यादा होती है। यानी कि, ये कह सकते हैं कि सीडी4 जितनी ज्यादा होगी, मरीज़ आपके लिए उतने ही स्वस्थ होंगे।
HIV एड्स से कैसे बचे? (Prevention of HIV AIDS)
- एचआईवी वायरस धीरे-धीरे शरीर में वृद्धि वाला वायरस है| इसलिए जब समय ऐसे रहता है और एचआईवी टेस्ट के लक्षण भी डायग्नोस्टिक ही होते हैं, तो एचआईवी टेस्ट के लक्षण, गणेश डायग्नोस्टिक ( Ganesh Diagnostic) में आके और बिना देर किए तुरंत डॉक्टर से इसका इलाज करें।
- एचआईवी (HIV) के मामले में दवाइयाँ लेना बहुत जरूरी है, क्योंकि अगर कोई व्यक्ति इस वायरस की खुराक छोड़ देता है, तो उसके इलाज में उम्र निर्धारित हो सकती है। इसलिए अपनी दवा की खुराक अवश्य लें।
- एचआईवी से बचने के लिए, एक से भी अधिक साथियों के साथ संबंध न बनाएं। इसके साथ ही एचआईवी से बचने के लिए, संबंध बनाने के समय सुरक्षित उपायों का उपयोग भी अवश्य करें।
- एचआईवी (HIV) से भी अगर आप पीड़ित हैं तो अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें। इसके लिए एक नियमित रूप से भी व्यायाम करें और स्वस्थ आहार का सेवन भी अवश्य करें।
- ड्रग्स चीज़ का सेवन न करें और धूम्रपान करने से भी बचें। इसके साथ आप समय-समय पर निःशुल्क डॉक्टर परामर्श लेकर हमारे सेंटर पर अपनी जांच संरचना में बने रहें।
- गर्भवती महिलाओं को अपने जन्म वाले बच्चे के रूप में यह रोग लग सकता है।
- रक्त की आवश्यकता होने पर किसी अन्य एजेंट का रक्त न लें, और आपके एचआईवी ( HIV AIDS) के लिए सुरक्षित रक्त है। जांच रक्त ही ग्रहण करना जरूरी है।
गणेश डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर 23 सालों से मरीजों की सहायता और उनकी ज़रूरतों को समझे टेस्ट करवाते हैं। दिल्ली में सर्वश्रेष्ठ सीबीसी परीक्षण केंद्र हैंI हमारे 7 सेंटर दिल्ली-एनसीआर में हैंI
हम काफ़ी सारी सुविधाएं ऑफर करते हैं, जैसे:
- नि:शुल्क डॉक्टर परामर्श (परीक्षण के पहले या बाद में)Free Doctor’s Consultation
- निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा (स्कैन और टेस्ट के लिए) Free Ambulance
- नि:शुल्क रक्त गृह संग्रह Free Home Sample Collection
- आसान ऑनलाइन टेस्ट बुकिंग Online Booking of Test
- घर के पास टेस्ट सुविधा
For Free Consultation from the Doctor
Contact- Dr. Sonal Sharma, (MBBS, MD in Pathology)
Available: 24*7*366
Phone Number: +91-9212125996
निदान
किसी भी अधिक जानकारी के लिए आप हमसे संपर्क कर सकते हैं हमारे ईमेल आईडी और फोन नंबर जो वेबसाइट पर उपलब्ध हैं! संपर्क करें!
कुछ विशेष रक्त परीक्षण जो हमारे सेंटर पर एड्स जाँच के लिए कराए जाते हैं, कुछ इस प्रकार है।
- Aids HIV 1 and 2 Antibody
- HIV 1 - Quantitative (Viral Load)
- HIV 1 & 2 Antibody Western Blot
- HIV Blood Test at Home
- HIV PCR
निष्कर्ष
देर से होने वाले चेकअप की तुलना में जल्दी जांच हमेशा बेहतर होती है। हमारे केंद्र में कई स्वास्थ्य जांचों में सुरक्षा, सावधानी और देखभाल को दर्शाया गया है।
यहां, गणेश डायग्नोस्टिक एंड इमेजिनिंग सेंटर में, हम आपके स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए शीघ्र निर्धारित उपचार सुनिश्चित करने के लिए किसी भी प्रकार के परीक्षण के लिए सरल और व्यापक स्वास्थ्य पैकेज प्रस्तुत करते हैं।
इसलिए, अच्छे स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने और सक्रिय प्रतिरक्षा प्रणाली और हृदय स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जल्द से जल्द हमसे मिलें।