
यह देखा गया है कि पोषण एक ऐसी स्थिति है जिसमें एक जीव या तो बहुत कम या बहुत अधिक पोषक...
यह देखा गया है कि पोषण एक ऐसी स्थिति है जिसमें एक जीव या तो बहुत कम या बहुत अधिक पोषक तत्व प्राप्त होता है, जिससे परिणाम प्राप्त होते हैं, स्वास्थ्य संबंधी परिणाम हो सकते हैं। अगर आपके शरीर में भी ऊर्जा है, तो फिर प्रोटीन के साथ-साथ अन्य पोषक तत्वों की उम्र में कमी, अगर अधिकता है या फिर ये ऐसे जरूरी है” को यह समस्या भी जन्म देती है, जिस वजह से आपके शरीर के बारे में भी सलाह और आकार पर भी नकारात्मक प्रभाव आता है। Malnutrition Meaning in Hindi. जब पोषण में भी पोषक तत्वों की कमी हो जाती है या फिर अधिकता दोनों ही शरीर को उम्र बढ़ने पर नुकसान पहुंचा सकते हैं। अगर पोषण है तो जिसकी कमी से भी कमजोरी कम होती है और उम्र बढ़ने के साथ-साथ पोषण भी कम होता है।
कुपोषण क्या है? (What is Malnutrition in Hindi?)
कुपोषण को एक स्वास्थ्य समस्या माना गया है जिसमें आपके शरीर में भी एक महत्वपूर्ण मात्रा में ऊर्जा के साथ-साथ महत्वपूर्ण तत्व भी शामिल हैं। इस कारण से, किसी व्यक्ति के आहार में अगर मात्रा में पोषक तत्व अनुपस्थित हैं, उदाहरण के लिए:
प्रोटीन, कोई भी विटामिन, दांतों के साथ, तो वह आगे जाके कुपोषण (Malnutrition) से भी पीड़ित हो सकता है। ऐसा देखा गया है कि अल्पविकसितता के कारण शारीरिक और मानसिक रूप से भी ख़राब हो सकते हैं, इस कारण अल्पविकसितता और बच्चों पर अधिक प्रभाव पड़ता है।
कुपोषण को दूर करने के लिए सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं शुरू की गई हैं:
- राष्ट्रीय पोषण नीति
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन
- मध्याह्न भोजन योजना
- इंदिरा गांधी मातृत्व सहयोग योजना
कुपोषण के प्रकार (Types of Malnutrition)
इसके साथ ही यह भी देखा गया है कि पोषक तत्व चार व्यापक रूप से सामने आते हैं- वेस्टिंग, स्ट्रोकिंग, कम ताकत के साथ-साथ सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी। यह भी देखा गया है कि पोषण संबंधी कमी एक से अधिक रूपों में मौजूद होगी जैसा कि हम उम्मीद करते हैं:
- अल्पपोषण (Undernutrition)
- अतिपोषण (Overnutrition)
- कुपोषण (Malnutrition)
कुपोषण के कारण (Causes of Malnutrition)
कुपोषण के कई कारण हैं, उनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
- गैर-पौष्टिक आहार के साथ-साथ कम पोषण आहार Low nutritional Food
- शिक्षा के साथ-साथ जागरूकता की अधिकतम कमी
- हैपेटाइटिस Hepatitis
- टी.बी Tuberculosis
- एचआईवी एड्स HIV AIDS
- कैंसर Cancer
- आर्थिक अस्थिरता Unstable Financial Condition
- व्यवसाय Low Income
- गरीबी Poverty
गरीबी के साथ-साथ आर्थिक कठिनाइयों के कारण पोषण की अनुपलब्धतापर्यावरणीय समस्याएँ: सूखा या जलवायु, और जलवायु संकट के साथ जलवायु संकट को बढ़ावा दिया जाता है।
कुपोषण के मुख्य कारण क्या हैं?
भारत में आगे जाके गाजर के क्या कारण हैं? Causes of Malnutrition In India
कम मात्रा में भी जब भोजन को भी करना चाहिए तो भी पोषण विकसित हो सकता है। इसके लिए अगर कम उम्र वाले लोगों में भी भोजन की कमी है तो आपको बहुत कुछ चाहिए। इस मामले में, भोजन या फिर किसी उम्र में पोषक तत्वों की कमी के कारण पुराने में संक्रमण हो सकता है: उदाहरण के लिए किसी भी कैंसर, ट्यूमर या लिवर के साथ-साथ गुर्दे की बीमारी वाले लोगों को भी भूख कम लग सकती है।
कुपोषण के प्रकार और उसके कारण
कुपोषण के कारण होने वाले रोग। विभिन्न प्रकार के कुपोषण नीचे तालिका में दिए गए हैं।
रोग |
पोषण की कमी |
एनीमिया |
लोहा (Iron) |
बेरीबेरी Beri Beri |
विटामिन बी (Thiamine) |
स्कर्वी Scurvy |
विटामिन सी (Vitamin C) |
क्वाशियोरकोर kwashiorkor |
प्रोटीन की कमी (Protein Deficiency) |
पेलाग्रा Pellagra |
विटामिन बी3 (Niacin) |
रतौंधी |
विटामिन ए (Vitamin A) |
ग्वाटर |
आयोडीन (Iodine) |
कुपोषण के लक्षण (Symptoms of Malnutrition In Hindi)
कुपोषण के प्रभाव क्या हैं? कुपोषण (Malnutrition) के लक्षण और बच्चों में अलग-अलग होते हैं:
1. वयस्कों में (In Adults)
- वजन कम होना (Underweight)
- शरीर में दर्द (Body Pain)
- थकान (Fatigue)
- मुंह के छालें (Oral Ulcers)
- सूखापन त्वचा (Rough Skin)
- बाल झड़ना (Hairfall)
- पेट में गैस पेट फूलना (Flatulence)
- सांस लेने में परेशानी (Breathlessness)
2. बच्चों में (In Children)
- वजन कम हो जाना ( Sudden Loss of Weight)
- बच्चों के विकास में काफी देरी ( Slow Mental Development)
- दुर्बलता (Weakness)
- बचपन में देर से हासिल किए गए मील (Delayed Milestones)
- बच्चों के विकास में हिडन समस्याएं ( Hidden Diseases)
- स्वाभाविक के असामान्य होने के लक्षण (Unnatural behavior)
- बच्चों के मन और मानसिक सोच में गिरावट ( Poor Mental Learning)
3. पृौढ अबस्था (Old Age)
- आत्मिक एवं मानसिक कम लक्षण ( Slow Responses)
- चिंता और मस्तिष्क स्वास्थ्य में कमजोरी (Weakening of Mind)
- अवसाद या काफ़ी उदासी (Depression)
कुपोषण से बचाव (Prevention and Management of Malnutrition in Hindi)
प्राकृतिक रूप से कुपोषण में सुधार कैसे करें? कुपोषण का प्राकृतिक एवं घरेलू उपचार , कुपोषण से बचाव के उपाय:
- फल Fruits
- अनाज Cereals
- सब्जियाँ Vegetables
- प्रोटीन High Protein
- दुध Milk
- देही Curd
- बहुत मीठा खाने से बचे Less Sweet Food
- अच्छा विटामिन आहार Vitamin Rich Food
- अधिक पानी Excess Water Consumption
- अच्छी जीवनशैली Healthy Lifestyle
- गर्भावस्था में अच्छा आहार Proper Food in Pregnancy
- आहार जागरूकता Diet Awareness
अपना Malnutrition टेस्ट गणेश डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर में क्यों करवाएं?
गणेश डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर 23 सालों से मरीजों की सहायता और उनकी ज़रूरतों को समझे टेस्ट करवाते हैं। दिल्ली में सर्वश्रेष्ठ कुपोषण परीक्षण केंद्र हैंI हमारे 7 सेंटर दिल्ली-एनसीआर में हैंI
हमारे केंद्र में कुपोषण के लिए किए जाने वाले विभिन्न परीक्षण हैं:
- Hemogram (CBC With ESR)
- 24 Hour Urine Creatinine Clearance
- Cholesterol Fluid
- Hypersensitivity Pneumonitis (HP) Panel
- Insulin Fasting and Postprandial Panel
- Serum Leptin
- Zinc, 24 Hour Urine
- Anemia Test Package
- Vitamin B1 (Thiamine)
- Serum Vitamin B12
- Advance Full Body Health Checkup
- GDIC Advance Health Package
- Premium Full Body Health Check-up
कुपोषण का आकलन करने के लिए किए जाने वाले अन्य परीक्षण इस प्रकार हैं:
- बॉडी मास इंडेक्स (BMI)
- नियमित रक्त परीक्षण
- मध्य-ऊपरी बांह का व्यास (बच्चों में)
- नियमित जांच के लिए रक्त परीक्षण
हम काफ़ी सारी सुविधाएं ऑफर करते हैं, जैसे:
- नि:शुल्क डॉक्टर परामर्श (परीक्षण के पहले या बाद में) Free Doctor’s Consultation
- निःशुल्क एम्बुलेंस सेवा (स्कैन और टेस्ट के लिए) Free Ambulance
- नि:शुल्क रक्त गृह संग्रह Free Home Sample Collection
- आसान ऑनलाइन टेस्ट बुकिंग Online Booking of Test
- घर के पास टेस्ट सुविधा
For Free Consultation from the Doctor
Contact- Dr. Sonal Sharma, (MBBS, MD in Pathology)
Available: 24*7*366
Phone Number: +91-9212125996
निष्कर्ष
बच्चों में मरास्मस और क्वाशियोरकोर कुपोषण के कारण देखा जाता है। इसके अलावा, वयस्कों और बुढ़ापे में कुपोषण वित्तीय बाधाओं के साथ-साथ कम विटामिन और खनिज सेवन के कारण भी हो सकता है। भारत जैसे देश में, आपके और आपके परिवार के स्वास्थ्य की बेहतरी के लिए, विभिन्न कमी वाले लक्षणों को जल्दी पहचानना और गणेश डायग्नोस्टिक एंड इमेजिंग सेंटर में कई अंतर्निहित बीमारियों का परीक्षण करना बहुत महत्वपूर्ण है। अतिरिक्त जानकारी के लिए, आप सही सलाह और उपचार योजना के लिए विभिन्न केंद्रों पर और कॉल पर हमसे संपर्क कर सकते हैं।