ब्रोंकाइटिस फेफड़ों (श्वासनली और ब्रांकाई) तक जाने वाले वायुमार्ग में सूजन/इन्फेक्शन...
ब्रोंकाइटिस वायुमार्ग की सूजन है जो फेफड़ों तक जाती है । जब आपके वायुमार्ग (श्वासनली और ब्रांकाई) में संक्रमण होता है, तो वायुमार्ग में सूजन होती हैं जिसके कारण बलगम बनती है और श्वास की नाली में भर जाते हैं, जिससे आपको खांसी होने लगती है। यह ब्रोंकाइटिस का मुख्य लक्षण खासी का कुछ दिन से हफ़्तों तक रहना है। आमतौर पे वायरस के कारण तीव्र ब्रोंकाइटिस (Acute Bronchitis) होती हैं। धुआं और अन्य उत्तेजक पदार्थ एक्यूट (Acute) और क्रोनिक (Chronic) ब्रोंकाइटिस का कारण बन सकते हैं।
ब्रोंकाइटिस के प्रकार क्या हैं?
आमतौर पर तीव्र ब्रोंकाइटिस (Acute Bronchitis) को लोग ब्रोंकाइटिस कहते है, यह एक ऐसी अस्थायी स्थिति जिसमें आपको खांसी होती है। जब आपको ब्रोंकाइटिस बहुत लम्बे समय तक होती है तो इसके क्रोनिक ब्रोंकाइटिस माना जाता है।
एक्यूट ब्रोंकाइटिस (Acute Bronchitis)
वायरल संक्रमण (Viral Infection) के कारण तीव्र ब्रोंकाइटिस हो सकता है यह कुछ हफ़्तों में खुद ब खुद ठीक भी हो जाता है। तीव्र/एक्यूट ब्रोंकाइटिस के इलाज की आवश्यकता अधिकांश लोगों को नहीं होती।
क्रोनिक ब्रोंकाइटिस (Chronic Bronchitis)
यदि आपको कम से कम दो साल तक और एक साल में तीन महीने तक एक महीने के अधिकांश दिनों में बलगम वाली खांसी होती है, तो आपको क्रोनिक ब्रोंकाइटिस (Chronic Bronchitis) है। क्रोनिक ब्रोंकाइटिस का होना क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी बीमारी (COPD) होने का संकेत भी हो सकता है।
ब्रोंकाइटिस के कारण क्या हैं?
तीव्र/एक्यूट ब्रोंकाइटिस के कारण
- सर्दी और फ्लू के कारण वायरल होना (Cold or Flu)
- जो पदार्थ फेफड़ों में जलन (Irritation) पैदा करते हैं, जैसे तंबाकू का धुआं (Tobacco Smoke) , धुआं (Smoke), धूल (Dirt), वाष्प (Steam) और वायु प्रदूषण (Air Pollution), उनके संपर्क में आना ।
- बैक्टीरियल संक्रमण/इन्फेक्शन (Bacterial Infection)
- अस्थमा (Asthma)
- एलर्जी (Allergy)
- क्रोनिक ब्रोंकाइटिस के कारण (Chronic Bronchitis Causes)
- बहुत लम्बे समय से धूम्रपान करना (Long Term Smoking)
- वायु प्रदूषण, (Air Pollution)
- लम्बे समय तक धूल या धुएं के संपर्क में रहना (Prolonged Exposure to Smoke or Dust)
- धूम्रपान या प्रदूषण के कारण जिसके कारन फेफड़ों के ऊतकों में बार बार जलन/उत्तेजना होती है।
ब्रोंकाइटिस के लक्षण क्या हैं?
ब्रोंकाइटिस के कुछ लक्षण
- लगातार बलगम वाली खासी होना (Prolonged Cough With Mucus)
- शरीर में दर्द (Body Ache)
- सांस लेने में तकलीफ - सांस फूलना (Difficulty Breathing or Breathlessness)
- सिर में दर्द होना (Headache)
- खासते समय फेफड़ों में घरघराहट महसूस होना (Whezing While Coughhing)
- खासी के साथ बुखार (Fever)
- सीने में जकड़न होना (Chest Tightness)
- बेचैनी होना (Anxiety)
- गले में खराश रहना (Irritated Throat)
- नक् बंद रहना (Clogged Nose)
- साइनस/सैनुसिटिस होना (Sinusitis)
ब्रोंकाइटिस के निदान क्या हैं?
ब्रोंकाइटिस के लक्षणों को जाँच कर उसका निदान किया जा सकता है। डॉक्टर विशेष रूप से खांसी के बारे में और अन्य लक्षणों के बारे में जांकारी लेते हैं। डॉक्टर आपसे हाल ही में सर्दी या फ्लू होने की जानकारी लेंगे और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं या धूम्रपान करने की आदत के बारे में जानेंगे ताकि निदान के परीक्षण किये जा सके।
स्टेथोस्कोप (Stethoscope) के साथ एक फेफड़ों में असामन्य आवाज़ सुनी जाती है ।
कुछ डायग्नोस्टिक टेस्ट से अन्य लक्षणों को जांचा जा सकता है जैसे की-
- छाती का एक्स-रे (Chest X-Ray) : यह निमोनिया (Pneumonia) निर्धारित करने के लिए किया जाता है। (Book Now)
- बलगम परीक्षण (Sputum Test) : बैक्टीरिया (Bacteria) से होने वाली बीमारियों का पता लगाने के लिए, काली खांसी (Whooping Cough) जैसी कोई अन्य बीमारी में बलगम परीक्षण किया जाता है (Book Now)
- पल्मोनरी फंक्शन टेस्ट (Pulmonary Function Test) : आपके फेफड़ों की स्थिति को जांचने के लिए यह टेस्ट किया जाता है। अस्थमा जैसी कोई अन्य चिकित्सीय स्थिति को जांचने के लिए भ्ही यह टेस्ट किया जा सकता है। (Book Now)
- नाक का स्वाब (Nasal Swab) - COVID-19 या फ़्लू जैसे वायरस का परीक्षण करने के लिए नाक का स्वैब का उपयोग किया जा सकता है। (Book Now)
- रक्त परीक्षण (Blood Test) - रक्त परीक्षण से संक्रमण का पता लगाया जा सकता है और इससे आपके समग्र स्वास्थ्य की जांच करने के लिए उपयोग किया जा सकता है। (Book Now)
- सिटी स्कैन (CT Scan) - यहतेसत ब्रोंकाइटिस के लक्षणों को जांचने जाता है। (Book Now)
ब्रोंकाइटिस की जटिलताएँ क्या हैं?
ब्रोंकाइटिस की कुछ जटिलताएं निचे दी गयी हैं
- श्वास लेने में कष्ट (Difficulty Breathing)
- पनुमोथोरैक्स (Pneumothorax)
- पॉलीसिथेमिया (Polycythemia)
- इम्फीसेमा/वातस्फीति (Emphysema)
- सांस लेने में विफलता (Respiratory Failure)
- न्यूमोनिया (Pneumonia)
- कोर पल्मोनेल (Cor Pulmonale)
- रोग की लम्बे समय तक प्रगति (Long Term Progression of Disease)
ब्रोंकाइटिस का इलाज क्या है?
यदि ब्रोंकाइटिस बैक्टीरिया के कारण है तो आपको एंटीबायोटिक्स देकर बैक्टीरिया को खत्म किया जाता है जिससे ब्रोंकाइटिस ठीक किया जा सके । वायरल ब्रोंकाइटिस में खांसी ठीक करने और दर्द निवारक दवा का उपयोग किया जाता है। भरपूर मात्रा में तरल पदार्थ लेने और आराम करने से भी मदद मिलती है।
तीव्र ब्रोंकाइटिस में, आपको अक्सर इन्हेलर और उसके उपचार के लिए अन्य चिकित्साओं की आवश्यकता हो सकती है। डॉक्टर को आप अपनी सभी पहले से मौजूदा चिकित्सीय स्थितियों के बारे में बताएं ताकि डॉक्टर सही दवाएं लिख सकें।
हमारे डॉक्टर से फ्री कंसल्टेशन/बातचीत करें।
- कंसल्टेशन डॉक्टर- डॉ. रवीन शर्मा ( MBBS , MD Radiologist )
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
ब्रोंकाइटिस रोग से क्या होता है?
एक्यूट ब्रोंकाइटिस की शुरुआत आमतौर पर सामान्य सर्दी को पैदा करने वाले संक्रमण जीवों से होती है
इनके कुछ लक्षण प्रगति करके ब्रोंकाइटिस कर सकते हैं जैसे की :
- नाक बहना,
- गले में खराश होना
- थकान होना।
इसके अलावा, कोविड-19 (covid-19)से भी ब्रोंकाइटिस हो सकता है. इसके लक्षण
- बुखार,
- मांसपेशियों में दर्द,
- गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण
- सूंघने और स्वाद की क्षमता में कमी होना है।
ब्रोंकाइटिस को जल्दी कैसे ठीक करें?
ब्रोंकाइटिस के लक्षणों से बचने ठीक करने के लिए नमक के पानी से गरारा करें दिन में कम से कम, दिन में 4–5 बार। ब्रोंकाइटिस के लक्षणों से आराम पाने के लिए आप एक कप में गरम पानी लेकर थोड़ा अदरक, एक चम्मच दालचीनी और दो से तीन लौंग पीसकर मिला लें और दिन में एक बार पिएं।
ब्रोंकाइटिस अस्थमा क्या है?
ब्रोंकाइटिस कई करणो से हो सकता है जैसे की वायरल या बैक्टीरियल संक्रमण। एक्यूट ब्रोंकाइटिस एक कम समय तक रहने वाली बीमारी है लेकिन क्रोनिक ब्रोंकाइटिस लंबे समय तक रहता है जो फेफड़ों और वायुमार्ग में जलन पैदा करने वाले पदार्थों के कारण होता है । अस्थमा होने पर श्वास नलियों में सूजन होकर श्वसन मार्ग सिकुड़न होती है। कभी कभी अस्थमा के कारण भी ब्रोंकाइटिस हो सकता है।
एलर्जी ब्रोंकाइटिस क्या है?
ब्रोंकाइटिस प्रदूषण, तंबाकू, वायरस, बैक्टीरिया, एलर्जी या धूल जैसे कई कारकों की वजह से हो सकती है जो श्वसन से संबंधित एक सामान्य क्रॉनिक स्थिति है। यह सब ब्रॉन्कियल ट्यूब जो मुंह और नाक से हवा को फेफड़ों तक पहुंछाती है, उसमें में सूजन का कारण बनते हैं।
ब्रोंकाइटिस से ठीक होने में कितने दिन लगते हैं?
अधिकांश लोगों में ब्रोंकाइटिस लगभग दो सप्ताह में ठीक हो जाती हैं, लेकिन क्रोनिक ब्रोंकाइटिस को ठीक होने में तीन से छह सप्ताह तक का समय लग सकता है। यदि आप तीन सप्ताह के बाद भी बेहतर महसूस नहीं करते हैं, तो आपको डॉक्टर से स्वा संपर्क करना चाहिए।
क्या ब्रोंकाइटिस का इलाज संभव है?
एक्यूट या तीव्र ब्रोंकाइटिस बिना किसी इलाज के खुद-ब-खुद ठीक हो जाती हैं। वायरल या जीवाणु संक्रमण के कारण एक्यूट ब्रोंकाइटिस हो सकता है जो, कुछ हफ्तों के भीतर अपने आप ही सुधर जाता है। लेकिन क्रोनिक ब्रोन्काइटिस में आमतौर पर दवाओं का उपयोग और डॉक्टर की सलाह की ज़रूरत अड़ सकती है। यह सिगरेट के धुएं या अन्य उत्तेजक पदार्थों के लंबे समय तक संपर्क में रहने के कारण होता है।