गले का कैंसर जो आपके गले के एक या अधिक हिस्सों को प्रभावित करता है। आमतौर पर, गले का...
गले में शुरू होने वाले कैंसर क गले का कैंसर कहा जाता है। गला एक नली है, जिसे फैरिंक्स भी कहा जाता है। फैरिंक्स नाक के पीछे से शुरू होकर आपकी भोजन वाली नली (ग्रासनली-Oesophagus) और श्वासनली (ट्रेकिआ-Trachea) तक चलती है। गले का कैंसर तब होता है जब फैरिंक्स (Pharynx) या लैरिंक्स (Larynx) (वॉयस बॉक्स-Voice Box) में यूमर (Tumour) या ग्रासनली (Esophagus) और थायरॉइड (Thyroid) में ट्यूमर बनता है।
गले के कैंसर के प्रकार
अधिकांश प्रकार गले और वॉयस बॉक्स की कोशिकाओं में जो चपटी, पतली होती हैं , उनमें विकसित होते हैं।
गले के कैंसर के दो मुख्य प्रकार हैं:
- फैरिंजियल कैंसर/ग्रसनी कैंसर (Pharyngeal Cancer) - आपकी नाक से आपके एसोफैगस/ग्रासनली तक जाने वाली नली को गला (फैरिंक्स) कहते हैं । यह ग्रासनली आपके भोजन को गले से पेट तक ले जाती है।
- लरीजीएल कैंसर/स्वरयंत्र का कैंसर (Laryngeal Cancer)- गले के नीचे स्थित आपका वॉयस बॉक्स (स्वरयंत्र/लैरिंक्स) होता है और इसमें आपके वोकल कॉर्ड होते हैं।
फैरिंक्स/ग्रसनी का कैंसर आपके यहां हो सकता है:
- नासॉफरीनक्स (Nasopharynx)- यह आपके गले का ऊपरी हिस्सा है आपकी नाक के पीछे होता है।
- मुख-ग्रसनी (Oropharynx)- यह कैंसर के टॉन्सिल, जीभ के पिछले हिस्से, या नरम तालु में होने की सबसे अधिक संभावना है।
- हाइपोफैरिंक्स (Hypopharynx)- वह आपके वॉयस बॉक्स के पीछे का हिस्सा है।
गले के कैंसर के लक्षण
बहुत सी बीमारियों के लक्षण एक जैसे यह चिकित्सा के क्षेत्र में एक चुनौती होते हैं। गले में खराश या खांसी आमतौर पर बिना किसी बड़ी बीमारी सकती है जो अपने आप ही चली जाती हैं। लेकिन कभी-कभी, ये किसी अधिक गंभीर बीमारी के लक्षण भी हो सकते हैं, जैसे की गले का कैंसर । गले के कैंसर में आपको यह हो सकता है:
- आवाज में परिवर्तन (Changes in Voice)
- आवाज़ में कर्कशता (Hoarseness in Voice)
- स्पष्ट रूप से बोलने में परेशानी (Difficulty Speaking)
- निगलने, चबाने में परेशानी (Difficulty Swallowing)
- सांस लेने में परेशानी (Difficulty Breathing)
- गले में कुछ फंसा महसूस होना (Congested Throat)
- गले में खराश , (Sore Throat)
- खांसी ( खून के साथ ), (Cough-Probably With Blood)
- कान का दर्द जो ठीक नहीं होगा (Chronic Ear ache)
- सिरदर्द (Headache)
- कान या गर्दन में दर्द (Ear or Throat Pain)
- गर्दन में ठीक न होने वाली गांठ या दर्द (Non-healing Lump in the Neck)
- अचानक वजन घटना (Sudden Weight Loss)
- जबड़े की अकड़न (Stiff Jaw)
- दांत ढीले होना (Loose Teeth)
- सांस में बदबू आना (Bad Breath/Halitosis)
- आपके मुँह या गले में छाले जो ठीक नहीं होते (Non-healing Ulcers in Your Mouth or Throat)
गले के कैंसर के जोखिम कारण
गले के कैंसर होने की संभावना कई चीज़ों से बढ़ सकती हैं, जिनमें शामिल हैं:
- तम्बाकू का उपयोग करना, जैसे धूम्रपान करना या तम्बाकू चबाने के पदार्थ
- बहुत ज्यादा शराब का सेवन करना (Cigarette Smoking and Tobacco Products Consumption)
- वायरस से संक्रमण जैसे की एच. पि. वि. (ह्यूमन पेपिलोमा वायरस) (Hpv- Human Papillomavirus)
- वायरस एप्सटीन बार वायरस (इ.बी.वी.)इन्फेक्शन/संक्रमण (Ebv-Epstein Barr Virus)
- फल और सब्जियाँ खाने में पर्याप्त मात्रा में शामिल न करना
- गैस्ट्रोएसोफेजियाल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) होना (Gastroesophageal Reflux Disorder-Gerd)
- एस्बेस्टस (Asbestos), निकल (Nickel) या सल्फ्यूरिक एसिड (Sulfuric Acid) सहित विषैले पदार्थों के संपर्क में आना
कुछ अन्य कारण जिन्हें आप बदल नहीं सकते, वे भी आपके जोखिम को प्रभावित करते हैं।
- लिंग (Gender)- पुरुषों में गले के कैंसर के होने की संभावना महिलाओं की तुलना में पांच गुना अधिक होती है।
- आयु (Age)- ज़्यादातर लोगों में गले के कैंसर का निदान 65 वर्ष की आयु के बाद होता है।
- जाती (Race)- अफ़्रीकी अमेरिकी पुरुषों को गले का कैंसर अधिक बार होता है अन्य समूहों की तुलना में।
गले के कैंसर का निदान कैसे किया जाता है?
आपका डॉक्टर आपसे बात करेगा और आपकी जांच करेगा ताकि गले के कैंसर होने के संभव संकेतों को देखा जा सके है। आपको किसी डॉक्टर जो कान, नाक और गला (ईएनटी) या सिर और गर्दन सर्जन, उसके पास जाना चाहिए।
एंडोस्कोप (Endoscopy)
इसका उपयोग करके डॉक्टर द्वारा आपके गले और वौइस् बॉक्स की जांच की जाती है । यह एक पतली, लचीली ट्यूब है जिसके शुरुवाती अंत पर एक कैमरा और प्रकाश का स्तोत्र लगा होता है। यह परीक्षण नैसेंडोस्कोपी, लैरींगोस्कोपी या ब्रोंकोस्कोपी हो सकता है , यह परीक्षण इस बात पर निर्भर करता है कि आपका डॉक्टर आपके शरीर के अंदर कहां देखना चाहता है।
गले के कैंसर के लिए अन्य परीक्षण
- बायोप्सी (Biopsy)- इस परीक्षण में आपके गले से छोटा नमूना लिया जाता है ताकि उसकी कैंसर के लिए जाँच की जा सके।
- रक्त परीक्षण (Blood Test)
- इमेजिंग स्कैन जैसे
- एक्स-रे , (X-Ray)
- अल्ट्रासाउंड , (Ultrasound)
- कम्प्यूटरीकृत टोमोग्राफी (सीटी) स्कैन , (Computed Tomography Scan)
- मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग/चुंबकीय अनुनाद इमेजिंग (एमआरआई) स्कैन (MRI Scan)
- पॉज़िट्रॉन एमिशन टोमोग्राफी (पीईटी) स्कैन (PET Scan)
- बेरियम स्वालो (Barium Swallow)
गले के कैंसर का उपचार
अलग-अलग उपचारों का उपयोग करके आपके गले के कैंसर के सबसे सामान्य रूपों के इलाज किया जा सकता है। आपको धूम्रपान या तंबाकू का सेवन किसी भी उपचारों से पहले बंद करने की सलाह दी जाती है, ताकि आपके उपचार को अधिक प्रभावी बनाने और दुष्प्रभावों को सीमित करने में मदद मिल सके।
कैंसर के इलाज के तरीके-
- सर्जरी (Surgery)
- रेडिएशन थेरेपी/विकिरण चिकित्सा
- कीमोथेरेपी
- टार्गेटेड/लक्षित थेरेपी
- इम्यूनोथेरेपी
निष्कर्ष
शरीर में किसी भी प्रकार की तकलीफ आपको चिंतित कर सकती है। गाला हमारे शरीर का वह भाग है जो खाना, बात करने में और साँस लेने में मदद करता है। गले का कैंसर आपके इन कार्यों को प्रभावित कर सकता है इसलिए इसका समय पर निदान आवश्यक है। गले के कैंसर में आमतौर पर ऐसे लक्षण आते हैं जैसे की गले में खराश, गले में दर्द, खासी इत्यादि जो बिना किसी बड़ी बात के भी हो सकती हैं, अगर ये लक्षण आपको लम्बे समय तक बने रहें तो आपको खास तोर पर डॉक्टर को दिखाना चाहिए और बेहतरीन डायग्नोस्टिक सेंटर (Best Diagnostic Centre) से इसका निदान करवाना चाहिए ताकि इलाज का सटीक और सही प्लान बनाया जा सके।