इस लेख में हम गर्दन दर्द के कारणों और दर्द के निदान के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले...
गर्दन में दर्द क्या है? (What is a Neck Pain in Hindi?)
गर्दन में दर्द सिर के नीचे रीढ़ की हड्डी में और उसके आस-पास होने वाली असुविधा है। गर्दन के दर्द को सर्वाइकलजिया भी कहा जाता है क्योंकि गर्दन को सर्वाइकल स्पाइन के नाम से भी जाना जाता है। गर्दन के दर्द के अलग-अलग कारण हो सकते हैं और यह तीव्र (कुछ दिनों से लेकर 6 सप्ताह तक) हो सकता है या दर्द पुराना (3 महीने से अधिक) हो सकता है। गर्दन का दर्द व्यक्ति के दैनिक दिनचर्या के काम को प्रभावित कर सकता है और गर्दन के ज़्यादातर दर्द गंभीर नहीं होते हैं और इनका इलाज दवाओं, व्यायाम या तनाव प्रबंधन के ज़रिए किया जा सकता है।
गर्दन के दर्द के अलग-अलग कारण क्या हैं? (What Are the Different Causes of Neck Pain in Hindi?)
गर्दन के दर्द के अलग-अलग कारणों में शामिल हैं:
शारीरिक तनाव (Physical strain )
लोग अपनी गर्दन की मांसपेशियों का बहुत ज़्यादा इस्तेमाल करते हैं, जैसे कि लंबे समय तक स्मार्टफ़ोन का इस्तेमाल करना। एक ही मुद्रा में लंबे समय तक कंप्यूटर स्क्रीन पर काम करने से गर्दन पर दबाव पड़ता है। गर्दन में अचानक तनाव या गर्दन की हरकत के कारण भी गर्दन में तनाव हो सकता है, जिसके परिणामस्वरूप मांसपेशियों में अकड़न होती है। गर्दन को उचित सहारा दिए बिना गलत मुद्रा में सोने से भी गर्दन में दर्द हो सकता है।
व्यक्ति की आयु (Persons Age)
उम्र बढ़ने से व्यक्ति की मांसपेशियों पर असर पड़ता है। उम्र के साथ, मांसपेशियां कमज़ोर हो जाती हैं और लंबे समय तक दबाव नहीं झेल पाती हैं। ऑस्टियोआर्थराइटिस, स्पाइनल स्टेनोसिस और मांसपेशियों में अपक्षयी स्थितियों के कारण गर्दन में दर्द होता है। उम्र से जुड़ी अन्य स्थितियाँ हर्नियेटेड डिस्क या पिंच्ड नर्व हैं।
फ्रैक्चर या चोट (Fractures or injuries)
कोई भी चोट जो गर्दन में असामान्यताओं की ओर ले जाती है, जैसे कि हड्डी का अव्यवस्था, लिगामेंट या मांसपेशियों की क्षति, कशेरुका जोड़, आदि, गर्दन में दर्द का कारण बन सकती है। ऑटोमोबाइल दुर्घटनाओं के कारण व्हिपलैश होता है, जो सबसे आम चोट है।
घिसे हुए जोड़ (Worn joints)
ग्रीवा की हड्डी के जोड़ समय के साथ घिस जाते हैं और गर्दन में घिसे हुए जोड़ों के कारण व्यक्ति को गर्दन में दर्द महसूस हो सकता है। घिसाव और टूट-फूट के कारण हड्डी में स्पर्स बनते हैं जो जोड़ों की गति को प्रभावित करते हैं और गर्दन में दर्द का कारण बनते हैं।
मानसिक तनाव (Mental stress)
तनाव भी गर्दन के दर्द को बढ़ाता है, इससे गर्दन की मांसपेशियों में कसाव आता है। इससे रोगी में अकड़न और गर्दन में दर्द होता है। अधिकांश लोगों को इस बात का एहसास तब तक नहीं होता जब तक गर्दन में दर्द शुरू नहीं हो जाता।
गर्दन में तंत्रिका संपीड़न (Nerve compression in the neck)
कशेरुक में हर्नियेटेड डिस्क और हड्डी के स्पर्स जैसी विभिन्न चिकित्सा स्थितियाँ गर्दन में नसों के संपीड़न का कारण बनती हैं। इस स्थिति के कारण गर्दन की सीमित गति और दर्द होता है।
गर्दन के रोग (Neck Diseases)
गर्दन के दर्द की समस्या को कई तरह की बीमारियों से जोड़ा जा सकता है, जैसे रुमेटीइड गठिया, कैंसर, मेनिन्जाइटिस, असामान्य कोशिका द्रव्यमान आदि, जो गर्दन के दर्द की स्थिति को जन्म दे सकते हैं।
गर्दन के दर्द का पता लगाने के लिए कौन से परीक्षण किए जाते हैं? (Which tests are used to Detect neck pain in Hindi?)
गर्दन के दर्द का निदान करने के लिए विभिन्न प्रकार के परीक्षणों का उपयोग किया जाता है। इन परीक्षणों में शामिल हैं:
- एक्स-रे (अभी बुक करें)
- सीटी नेक (अभी बुक करें)
- एमआरआई नेक (अभी बुक करें)
- अल्ट्रासाउंड नेक (अभी बुक करें)
- इलेक्ट्रोमायोग्राम (ईएमजी) (अभी बुक करें)
निष्कर्ष (Conclusion)
गर्दन दर्द गर्दन में असामान्यता है जो असुविधा का कारण बनता है और गर्दन की गति को बाधित करता है। गर्दन के दर्द के कई कारण हैं जिनमें उम्र बढ़ना, चोट, तंत्रिका संपीड़न, तनाव, शारीरिक तनाव आदि शामिल हैं। तंत्रिका दर्द के कारणों का पता लगाने के लिए सीटी, एमआरआई, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड आदि जैसे कई परीक्षण किए जाते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ’s)
गर्दन दर्द क्या है?
गर्दन दर्द असुविधा या असामान्यता है जो गर्दन के कामकाज को सीमित करती है। गर्दन के दर्द को सर्वाइकलजिया भी कहा जाता है और इसके तनाव, चोट, खिंचाव आदि जैसे विभिन्न कारण हो सकते हैं।
गर्दन दर्द के क्या कारण हैं?
गर्दन दर्द के कई प्रकार के कारण हो सकते हैं जैसे तनाव, खिंचाव, चोट, उम्र बढ़ना, तंत्रिका संपीड़न, घिसे हुए जोड़ आदि।
गर्दन दर्द के निदान के लिए कौन से परीक्षण किए जाते हैं?
गर्दन दर्द के निदान के लिए विभिन्न प्रकार के परीक्षणों का उपयोग किया जाता है, जिसमें सीटी, एमआरआई, अल्ट्रासाउंड, एक्स-रे आदि शामिल हैं।
दिल्ली में गर्दन दर्द के परीक्षण कहाँ करवाएँ?
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अनिर्दिष्ट गर्दन दर्द के लिए ICD-10 कोड क्या है?
अनिर्दिष्ट गर्दन दर्द के लिए ICD-10 कोड M54.2 है।
मरीज़ गर्दन दर्द रिपोर्ट ऑनलाइन कैसे डाउनलोड कर सकते हैं?
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